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पीएम किसान योजना में E - KYC अंतिम तारीख को 31 जून तक बढ़ा दिया गया है

पीएम किसान योजना में E - KYC अंतिम तारीख को 31 जून तक बढ़ा दिया गया है

किसानों के लिए खुशी की खबर, पीएम किसान योजना में E - KYC अंतिम तारीख को 31 जून तक बढ़ा दिया गया है*

पीएम किसान योजना की अंतिम तारीख जो कि 31 मई थी उसे बढ़ा कर 31 जून कर दिया गया है. जिन किसानों ने अभी तक इसमें रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया वो अब 31 जून से पहले इसमें रजिस्ट्रेशन करवा सकते है. इसके बाद कोई भी इस योजना का लाभ न ले पाएगा.

E - KYC कराने के तरीके

E - KYC कराने के दो तरीके है:- 1- जिसे KYC करानी है तो वो किसी पास के कॉमन सर्विस सेंटर जाकर अपनी KYC करवा सकता है. 2- जिसे KYC करवानी है तो वो अपने फोन से ऑनलाइन भी कर सकता है. उसके लिए आवेदनकर्ता के पास आधार कार्ड और आधार कार्ड से जुड़ा हुआ नंबर.

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मोबाइल फोन से ऑनलाइन कैसे करे?

मोबाइल फोन से ऑनलाइन आवेदन करने के स्टेप्स:- 1- अपने मोबाइल के किसी भी ब्राउजर में जाकर pmkisan.gov.in पर जाए. 2- इसमें जाने पर आपको E - KYC नाम से एक विकल्प मिलेगा, उस विकल्प को चुने. 3- इसमें जाने के बाद आपको अपना आधार नंबर और आधार से जुड़ा हुआ नंबर डाले. 4- दिए गए नंबर पर OTP आएगा, उसे आपको सही जगह भरना होगा. आप अपनी E KYC का स्टेटस कैसे चेक करे?

आप अपने रजिस्ट्रेशन का स्टेटस पीएम किसान के पोर्टल में जाकर चेक कर सकते है. स्टेटस चेक करने की प्रक्रिया:-

1- पहले आप अपने मोबाइल फोन या लैपटॉप से किसी भी ब्राउजर में pmkisan.gov.in में जाए. 2- इसके बाद आपको वही पर 3 बिंदिया दिखेंगी उस पर दबाने के बाद लाभार्थी सूची पर जाइए. 3- वही पर आपको अपना राज्य, उप राज्य,जिला, गांव, ब्लॉक दर्ज करे. 4- अब वही पर आपको 'Get Reports' करके विकल्प मिलेगा. उस पर दबाने के बाद आपके सामने दर्ज किए गए गांव के सभी लाभार्थीयो की लिस्ट खुल जाएगी जिसमे आप अपना नाम आसानी से ढूंढ सकते है.  
इस राज्य के 21 लाख किसानों का पीएम किसान सम्मान निधि से गायब हुआ नाम

इस राज्य के 21 लाख किसानों का पीएम किसान सम्मान निधि से गायब हुआ नाम

भारत सरकार लगातार प्रयास कर रही है, कि देश में फसलों का उत्पादन बढ़ाया जा सके। इसके लिए भारत सरकार किसानों को हर संभव सहायता प्रदान करती है ताकि किसान मजबूत रहें और अपना पूरा ध्यान उत्पादन बढ़ाने में फोकस कर सकें। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने एक योजना शुरू की है, जिसे पीएम किसान सम्मान निधि के नाम से जाना जाता है। इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है, ताकि किसान आर्थिक मोर्चे पर मजबूती के साथ खड़े रहें। इस योजना के अंतर्गत किसानों को 2-2 हजार रुपये की किस्तों में साल में तीन बार रुपये प्रदान किए जाते हैं। सरकार का मानना है, कि इससे किसान खेती के लिए अपनी जरूरत की चीजें खरीद सकते हैं। इस सहायता से उनके ऊपर पड़ रहे आर्थिक बोझ को कम करने में मदद मिलेगी।


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अब इस योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा हो रहा है। जहां कई राज्यों में फर्जी किसान इस योजना के लाभार्थी के तौर पर नामित हैं। इसलिए अब सरकार ऐसे फर्जी किसानों पर एक्शन ले रही है, जिन्होंने अपात्र होते हुए इस योजना के माध्यम से सब्सिडी के पैसे लिए हैं। इस प्रकार का सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा अभी तक उत्तर प्रदेश में पकड़ में आया हैं, जहां पर लगभग 21 लाख फर्जी किसान इस योजना का लाभ ले रहे थे। सरकार ने ऐसे फर्जी किसानों को चिन्हित करते हुए उनका नाम पीएम किसान सम्मान निधि से काटना शुरू कर दिया है। पीएम किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त जारी करने के बाद सरकार ने जांच में सख्ती कर दी है। जिसके बाद लाभार्थी किसानों को अपना केवाईसी करवाना अनिवार्य हो गया है। इसके साथ ही सरकार बार-बार किसानों का भू-रिकॉर्ड वेरिफिकेशन और बेनिफिशियरी स्टेटस चेक करवा रही है। अगर उपर्युक्त चीजों में कोई भी चीज गलत पाई जाती है तो किसान का नाम अब पीएम किसान सम्मान निधि से हटाया जा रहा है। जिसके बाद किसान को पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त नहीं मिलेगी।

(E-KYC) ई-केवाईसी और भूमि रिकॉर्ड वेरिफिकेशन कैसे कराएं

जितने भी किसानों का ई-केवाईसी और भूमि रिकॉर्ड वेरिफिकेशन अभी तक नहीं हुआ है, वो किसान अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र, सीएससी सेंटर या फिर साइबर कैफे में जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। यहां बेहद आसानी से उनका केवाईसी अपडेट कर दिया जाएगा। इसके साथ ही किसान भाई भूमि रिकॉर्ड के वेरिफिकेशन के लिए अपने नजदीकी जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। वहां अपने जरूरी कागजात देकर सत्यापन करवा सकते है।


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ऐसे किसानों को भेजा जा रहा है नोटिस

ऐसे किसान जो इस योजना के तहत सरकारी सहायता लेने के अपात्र हैं तथा जिन्होंने फर्जी दस्तावेज जमा करके सालाना 6 हजार रुपये प्राप्त किए हैं, ऐसे किसानों की राशि वापस करने का नोटिस भेजा जा रहा है। यदि ऐसे फर्जी किसान समय पर पैसा नहीं लौटाते हैं, तो उन पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही कई बैंकों ने जानकारी पाते ही फर्जी किसानों के बैंक खाते बंद कर दिए हैं।

ऐसे करें पीएम किसान सम्मान निधि योजना का स्टेटस चेक

किसान भाई अपनी पात्रता जानने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। इस वेबसाइट के होम पेज पर Beneficiary Status का एक विकल्प दिखाई देगा, इस विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद पेज पर अपनी पंजीकरण संख्या दर्ज करें। पंजीकरण संख्या दर्ज करने के बाद अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें और कैप्चा कोड भरें। उसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, उसे दर्ज करें। ओटीपी दर्ज करने के साथ ही गेट डिटेल पर क्लिक करने के बाद आपका पीएम किसान सम्मान निधि योजना का स्टेटस खुल जाएगा। इस प्रक्रिया से किसान भाई अपना स्टेटस आसानी से चेक कर सकते हैं।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के नियमों में बदलाव, जल्द करें ई-केवाईसी अपडेट

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के नियमों में बदलाव, जल्द करें ई-केवाईसी अपडेट

किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का बेसब्री से इंतजार है. ऐसे में उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी है. खबरों के मुताबिक पीएम किसान की 13वीं किस्त होली से पहले जारी हो सकती है. लेकिन उससे पहले केंद्र सरकार ने पीएम किसान के नियमों में कुछ अहम बदलाव किये हैं. प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत किसानों के लिए बड़ी खबर है. जहां योजना की 13वीं किस्त होली से पहले जारी की जा सकती है. हालांकि अब तक केंद्र सरकार की तरफ कोई ओपचारिक घोषणा नहीं की गयी है. लेकिन इससे पहले सरकार ने फर्जीवाड़े को रोकने के लिए पीएम सम्मान निधि योजना से जुड़े नियमों में बदलाव किये हैं. बता दें कि, योजना से जुड़े लाभार्थियों के लिए अब ई-केवाईसी जरूरी कर दिया गया है. अगर वो अपना ई-केवाईसी अपडेट नहीं करवाएंगे तो उन्हें 13वीं किस्त का फायदा नहीं मिलेगा. इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से उनके खाते में दो हजार रुपये भी ट्रांसफर नहीं किये जाएंगे. रिपोर्ट्स की मानें तो देश में लाखों किसानों से अभी तक अपना ई-केवाईसी नहीं अपडेट करवाया है. जिस वजह से हो सकता है कि, ये किसान योजना से वंचित हो जाएं.

तुरंत कराएं ई-केवाईसी अपडेट

जिन भी किसानों ने अभी तक अपना ई-केवाईसी अपडेट नहीं करवाय है. उनके लिए बड़ी समस्या हो सकती है. इससे बचने के लिए किसान भाई अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर या फिर कृषि विभाग कार्यालय में जाकर संपर्क कर सकते हैं. जहां पर आसानी से उनका ई-केवाईसी अपडेट हो जाएगा. इसके अलावा किसानों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर कृषि विभाग की तरफ से जारी किया गया है. ये भी देखें: पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त 6 हजार से 8 हजार होने की आशंका है

यहां से मिलेगी सारी जानकारी

155261 या 1800115526 और 011-23381092 पर किसान भाई कॉल करके सारी जानकारिययां ले सकते हैं. ये नंबर पूरी तरह से टोल फ्री हैं. इसके अलावा pmkisan-ict@gov.in पर विजिट करके इससे जुड़ी जानकारियां हासिल की जा सकती है. केंद्र सरकार ने अपनी 12वीं किस्त पिछले साल 17 अक्टूबर को जारी की थी. जिसके लिए 16 हजार करोड़ रुपयों का खर्चा किया गया था. वहीं इस किस्त का फायदा करीब 8 करोड़ किसनों को मिला था.

घर बैठे लिस्ट में चेक करें स्टेटस

पीएम किसान की लिस्ट में अगर कोई किसान अपना स्टेट्स चेक करना चाहता है तो, वो ये काम घर बैठे भी कर सकते हैं. जिसके लिए उन्हें सबसे पहले पीएम किसान कि ऑफिशियल वेब साइट pmkisan-ict@gov.in पर विजिट करना होगा. जिसके होम पेज के दाहिनी तरफ लाभार्थी स्थिति टैब पर क्लिक करना पड़ेगा. जिसके बाद एक नया पेज खुलेगा. जहां आपको अपना मोबाइल नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर को दर्ज करना होगा. इसके बाद कैप्चा कोड लिखते ही आपको अपनी पूरी डिटेल्स स्क्रीन पर दिख जाएगी.
इंतजार की घड़ियां हुई खत्म, जानिए किस दिन आएगी पीएम किसान की 13वीं किस्त

इंतजार की घड़ियां हुई खत्म, जानिए किस दिन आएगी पीएम किसान की 13वीं किस्त

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार वो घड़ी आ ही गयी, जब किसानों को पीएम किसान योजना के अंतर्गत 13वीं किस्त दी जाएगी. जिसके लिए दिन भी लगभग तय हो चुका है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं हैं. किसानों के हित में उन्होंने पीएम किसान योजना को शुरू किया. जिसकी 17 किस्त पीएम ने खुद 17 अक्टूबर के दिन जारी की थी. बता दें केंद्र सरकार ने इसके लिए लगभग 16 हजार करोड़ रूपये खर्च किये थे. जिसका फायदा देश के 8 करोड़ किसानों को हुआ था. पीएम किसान यानि कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की योजना है. जिसके तहत किसानों को साल में 6 हजार रुपये दिए जाते हैं. 6 हजार की यह राशि तीन किस्तों में यानि की दो-दो हजार करके दी जाती है. इसका मतलब सरकार हर चौथे महीने दो हजार की किस्त जारी करती है, जो सीधा किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है.

पीएम किसान योजना के बारे में

यह योजना देश के उन भूमिधारक किसानों परिवारों के लिए है, जो उनकी आय में मदद करती है. इस योजना के तहत किसानों को कृषि के साथ साथ अन्य घरेलू जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है. इस योजना की शुरुआत खास तौर पर सीमांत किसानों के लिए की गयी थी.

इस दिन जारी हो सकती है 13वीं किस्त

किसानों को 13वीं किस्त का बड़ी ही बेसब्री से इंतज़ार है. जानकारी के मुताबिक बता दें कि, केंद्र सरकार आने वाली होली तक इस किस्त को जारी कर सकती है. किसानों को अगर इस योजना का फायदा लेना है तो इसके लिए उन्हें सबसे पहले अपना ई-केवाईसी अपडेट करवाना जरूरी होगा. वरना उन्हें इसका फायदा नहीं मिलेगा. ये भी पढ़ें: जानें पीएम किसान योजना जी 13 वीं किस्त कब तक आएगी

ऑनलाइन ऐसे करें अपना ई-केवाईसी अपडेट

ऑनलाइन ई-केवाईसी अपडेट करने के लिए किसान भाइयों को सबसे पहले पीएम किसान से सम्बंधित आधिकारिक साइट पर विजिट करना होगा. जिसके बाद उनके सामने ई-केवाईसी का विकल्प आएगा. जिसपर क्लिक करके अपना आधार कार्ड नंबर दाखिल करना होगा. अगले चरण में कैप्चा कोड और रजिस्टर मोबाइल नंबर डालना होगा. एसएमएस के जरिये ओटीपी आएगा, जिसे दर्ज करके आप अपना ई-केवाईसी अपडेट कर सकते हैं.
अब से लेखपाल खुद फसल सर्वेक्षण के लिए किसानों के खेत में जाऐंगे

अब से लेखपाल खुद फसल सर्वेक्षण के लिए किसानों के खेत में जाऐंगे

किसानों के हित के लिए भारत सरकार द्वारा डिजिटल क्रॉप सर्वे की सुविधा को चालू कर दिया गया है, जिसके अंतर्गत बहुत सारे कार्यों को पूर्ण किया जाएगा। केंद्र सरकार के द्वारा आम जनता से लेकर कृषक भाइयों की आर्थिक मदद के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं को शुरू किया हुआ है। इन्ही में से भारत सरकार ने डिजिटल क्रॉप सर्वे मतलब कि ई-पड़ताल (E-Padtal) की योजना तैयार की है। कहा जा रहा है, कि जीपीएस युक्त ऐप के जरिए से लेखपालों को सर्वे रिपोर्ट शासन को भेजनी पड़ेगी।

इस संबंध में जिला कृषि अधिकारी पवन कुमार ने बताया

इस संदर्भ में जिला कृषि अधिकारी पवन कुमार प्रजापति का कहना है, कि भारत सरकार के किसान कल्याण मंत्रालय ने फसलों को डिजिटल क्रॉप सर्वे के निर्देश पारित किए हैं। इस व्यवस्था के अंतर्गत सरकार एग्री स्टेट मोबाइल ऐप (Agri State Mobile App) जारी करेगी। लेखपाल खरीफ एवं रबी व जायद
फसलों की बुवाई के उपरांत फसलों के सर्वेक्षण के लिए खेत पर जाएंगे।

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सरकार ने बनाया किसान रथ मोबाइल ऐप
डिजिटल जमाने में घर बैठे फसलों को रिपोर्ट शासन को भेजकर बेधड़क हो जाने वाले लेखपालों पर आफत आने वाली है। सरकार इस पर अंकुश लगाते हुए फसलों के सर्वे को डिजिटल करने जा रही है। लेखपालों को खेत में जाना ही पड़ेगा, क्योंकि बिना खेत में गए ऐप खुलेगा ही नहीं।

मोबाइल ऐप वर्तमान में तैयार हो रहा है

पवन कुमार प्रजापति जिला कृषि अधिकारी का कहना है, कि केंद्र सरकार की ओर से विगत दिनों जनपद के नायब तहसीलदार, तहसीलदार, लेखपाल आदि अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। खरीफ फसल के सर्वे का काम चालू होना है। हालांकि, फिलहाल मोबाइल ऐप तैयार हो रहा है। इसके उपरांत लेखपाल सर्वे चालू कर देंगे। रबी फसल के सर्वे में पूर्णतय ऐप तैयार हो जाएगा। बतादें कि जनपद के एक तहसीलदार ने बताया है, कि फसल की ई पड़ताल के लिए लेखपाल बतौर सर्वेयर का कार्य करेंगे। इनके ऊपर सुपरवाइजर के रूप में राजस्व निरीक्षक होगा। लेखपाल के सर्वे से असंतुष्ट होने पर उसे सुपरवाइजर रिजेक्ट कर देगा। इसके उपरांत नायब तहसीलदार स्वयं मौके पर जाकर सर्वे करके ऐप में रिपोर्ट दर्ज करेंगे।